अधिकतर लोगों का विश्वास है कि गंगा जी में स्नान करने से पाप समाप्त हो जाते हैं विशेष रूप से महाकुम्भ, कुम्भ के अवसर पर करोड़ों लोग गंगा जी में डुबकी लगाते हैं। अगर ऐसा है फिर तो कोई पापी रहना ही नहीं चाहिये किन्तु पाप करने की प्रवृत्ति दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इसका कारण क्या है और वास्तविक गंगा स्नान का क्या तात्पर्य है, तीर्थ यात्रा का क्या फल है, इत्यादि प्रश्नों का समाधान जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा किया गया है, जो शास्त्र वेद सम्मत है। गंगा स्नान से पहले पुस्तक अवश्य पढ़ें।
Jai Ganga Maiya - Hindiप्रकार | विक्रेता | मूल्य | मात्रा |
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अधिकतर लोगों का विश्वास है कि गंगा जी में स्नान करने से पाप समाप्त हो जाते हैं विशेष रूप से महाकुम्भ, कुम्भ के अवसर पर करोड़ों लोग गंगा जी में डुबकी लगाते हैं। अगर ऐसा है फिर तो कोई पापी रहना ही नहीं चाहिये किन्तु पाप करने की प्रवृत्ति दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इसका कारण क्या है और वास्तविक गंगा स्नान का क्या तात्पर्य है, तीर्थ यात्रा का क्या फल है, इत्यादि प्रश्नों का समाधान जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा किया गया है, जो शास्त्र वेद सम्मत है। गंगा स्नान से पहले पुस्तक अवश्य पढ़ें।
भाषा | हिन्दी |
शैली / रचना-पद्धति | सिद्धांत |
विषयवस्तु | छोटी किताब, तत्वज्ञान |
फॉर्मेट | पेपरबैक |
वर्गीकरण | संकलन |
लेखक | जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज |
प्रकाशक | राधा गोविंद समिति |
पृष्ठों की संख्या | 39 |
वजन (ग्राम) | 54 |
आकार | 12.5 सेमी X 18 सेमी X 0.5 सेमी |
आई.एस.बी.एन. | 9789380661537 |
These is only bless of our Gurdev Shri kripalu mahaprabhuApr 4, 2022 6:29:36 AM
What a beautiful collection of books under one roof, incredible!!!!! Radhey radheyMar 6, 2022 6:11:31 PM