इस मानव शरीर के महत्व को समझते हुए, हमें ईश्वर का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए ताकि हम परम सुख (दिव्य आनंद) के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।
Manav Jeevan Ka Uddeshya - Hindi -Ebookप्रकार | विक्रेता | मूल्य | मात्रा |
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इस मानव शरीर के महत्व को समझते हुए, हमें ईश्वर का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए ताकि हम परम सुख (दिव्य आनंद) के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।
भाषा | हिन्दी |
शैली / रचना-पद्धति | सिद्धांत |
फॉर्मेट | ईबुक |
लेखक | जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज |
प्रकाशक | राधा गोविंद समिति |