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9789380661438 619c91686cfb0746137b667f श्यामा श्याम गीत पॉकेट साइज - हिन्दी https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/65b7d7ac73f2153e2f32898a/ssg-pocket.jpg

ब्रजरस से आप्लावित श्यामा श्याम गीत जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की एक ऐसी रचना है, जिसके प्रत्येक दोहे में रस का समुद्र ओतप्रोत है। इस भयानक भवसागर में दैहिक, दैविक, भौतिक दु:ख रूपी लहरों के थपेड़ों से जर्जर हुआ, चारों ओर से स्वार्थी जनों रूपी मगरमच्छों द्वारा निगले जाने के भय से आक्रान्त, अनादिकाल से विशुद्ध प्रेम व आनन्द रूपी तट पर आने के लिये व्याकुल, असहाय जीव के लिये श्रीराधाकृष्ण की निष्काम भक्ति ही सरलतम एवं श्रेष्ठतम मार्ग है। उसी पथ पर जीव को सहज ही आरूढ़ कर देने की शक्ति जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की इस अनुपमेय रसवर्षिणी रचना में है, जिसे आद्योपांत भावपूर्ण हृदय से पढ़ने पर ऐसा प्रतीत होता है जैसे रस की वृष्टि प्रत्येक दोहे के साथ तीव्रतर होती हुई अंत में मूसलाधार वृष्टि में परिवर्तित हो गई हो। श्रीराधाकृष्ण की अनेक मधुर लीलाओं का सुललित वर्णन हृदय को सहज ही श्यामा श्याम के प्रेम से सराबोर कर देता है। अधिक क्या कहा जाय, ‘श्यामा श्याम गीत’ सरल भाषा, मधुुरतम भाव व गेय पदावली की एक ऐसी त्रिवेणी है, जिसमें अवगाहन करके ही भावुक महानुभाव इसकी लोकोत्तर रमणीयता का यत्किंचित् रसास्वादन एवं जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के ‘भक्तियोगरसावतार’ स्वरूप की एक झलक प्राप्त कर सकेंगे।

Shyama Shyam Geet Pocket Size - Hindi
in stockINR 50
1 5
श्यामा श्याम गीत  पॉकेट साइज - हिन्दी

श्यामा श्याम गीत पॉकेट साइज - हिन्दी

राधाकृष्ण की सुमधुर लीलाओं पर आधारित अद्वितीय दोहों की शृंखला।
भाषा - हिन्दी

₹50


विशेषताएं
  • रूपध्यान हेतु अत्यंत सहायक दोहे।
  • राधा कृष्ण की सुंदर ब्रज और निकुंज लीलाएं।
  • प्रेमाभक्ति, गुरु एवं धाम महिमा को अनोखे काव्यात्मक ढंग से प्रकट करने वाले सिद्धान्त के दोहे
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प्रकारविक्रेतामूल्यमात्रा

विवरण

ब्रजरस से आप्लावित श्यामा श्याम गीत जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की एक ऐसी रचना है, जिसके प्रत्येक दोहे में रस का समुद्र ओतप्रोत है। इस भयानक भवसागर में दैहिक, दैविक, भौतिक दु:ख रूपी लहरों के थपेड़ों से जर्जर हुआ, चारों ओर से स्वार्थी जनों रूपी मगरमच्छों द्वारा निगले जाने के भय से आक्रान्त, अनादिकाल से विशुद्ध प्रेम व आनन्द रूपी तट पर आने के लिये व्याकुल, असहाय जीव के लिये श्रीराधाकृष्ण की निष्काम भक्ति ही सरलतम एवं श्रेष्ठतम मार्ग है। उसी पथ पर जीव को सहज ही आरूढ़ कर देने की शक्ति जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की इस अनुपमेय रसवर्षिणी रचना में है, जिसे आद्योपांत भावपूर्ण हृदय से पढ़ने पर ऐसा प्रतीत होता है जैसे रस की वृष्टि प्रत्येक दोहे के साथ तीव्रतर होती हुई अंत में मूसलाधार वृष्टि में परिवर्तित हो गई हो। श्रीराधाकृष्ण की अनेक मधुर लीलाओं का सुललित वर्णन हृदय को सहज ही श्यामा श्याम के प्रेम से सराबोर कर देता है। अधिक क्या कहा जाय, ‘श्यामा श्याम गीत’ सरल भाषा, मधुुरतम भाव व गेय पदावली की एक ऐसी त्रिवेणी है, जिसमें अवगाहन करके ही भावुक महानुभाव इसकी लोकोत्तर रमणीयता का यत्किंचित् रसास्वादन एवं जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के ‘भक्तियोगरसावतार’ स्वरूप की एक झलक प्राप्त कर सकेंगे।

विशेष विवरण

भाषाहिन्दी
शैली / रचना-पद्धतिसंकीर्तन, दोहे
विषयवस्तुसर्वोत्कृष्ट रचना, तत्वज्ञान, भक्ति गीत और भजन, छोटी किताब
फॉर्मेटपॉकेट साइज
वर्गीकरणप्रमुख रचना
लेखकजगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज
प्रकाशकराधा गोविंद समिति
पृष्ठों की संख्या127
वजन (ग्राम)85
आकार10 सेमी X 14 सेमी X 1 सेमी
आई.एस.बी.एन.9789380661438

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1 समीक्षा

Radhe Radhe
Sandeep
Jan 13, 2024 4:39:00 PM