आज श्री तुलसीदास जी महाराज का महोत्सव है, पावन पर्व है, उनको श्रद्धांजलि समर्पित करना है किन्तु हम सब साधारण जीव इतने बड़े महापुरुष को क्या श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं, कोई सामर्थ्य नहीं। उनकी श्रद्धांजलि यह है कि उनके प्राणवल्लभ भगवान राम की कुछ चर्चा हो जाये। इससे उनको बहुत सुख मिलेगा वो चाहे साकेत लोक में हों चाहे गोलोक में हों। राम तत्व पर विचार करना है। राम कौन थे...?
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज ने 1999 में वृंदावन में तुलसी राम दर्शन स्थल, ज्ञान गुदडी की यात्रा के दौरान यह संक्षिप्त प्रवचन दिया।
Tulsi Jayanti - Hindiप्रकार | विक्रेता | मूल्य | मात्रा |
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आज श्री तुलसीदास जी महाराज का महोत्सव है, पावन पर्व है, उनको श्रद्धांजलि समर्पित करना है किन्तु हम सब साधारण जीव इतने बड़े महापुरुष को क्या श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं, कोई सामर्थ्य नहीं। उनकी श्रद्धांजलि यह है कि उनके प्राणवल्लभ भगवान राम की कुछ चर्चा हो जाये। इससे उनको बहुत सुख मिलेगा वो चाहे साकेत लोक में हों चाहे गोलोक में हों। राम तत्व पर विचार करना है। राम कौन थे...?
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज ने 1999 में वृंदावन में तुलसी राम दर्शन स्थल, ज्ञान गुदडी की यात्रा के दौरान यह संक्षिप्त प्रवचन दिया।
भाषा | हिन्दी |
शैली / रचना-पद्धति | सिद्धांत |
फॉर्मेट | पेपरबैक |
वर्गीकरण | प्रवचन |
लेखक | जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज |
प्रकाशक | राधा गोविंद समिति |
पृष्ठों की संख्या | 28 |
वजन (ग्राम) | 50 |
आकार | 18.5 सेमी X 12.5 सेमी X 0.3 सेमी |