Your browser does not support JavaScript!

G-12, G-14, Plot No-4 CSC, HAF Sector-10, Dwarka 110075 New Delhi IN
JKP Literature
G-12, G-14, Plot No-4 CSC, HAF Sector-10, Dwarka New Delhi, IN
+918588825815 https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/621dbb04d3485f1d5934ef35/logo-18-480x480.png" [email protected]
61c080e2aaf91b8f8305efb7 Sadhan Sadhya - Hindi - Holi 2009 https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/61c1c1281444e5ac84de6e77/holi9.jpg

होली का पावन पर्व भक्ति धाम में हम सभी के लिये अनेक उपहार लेकर आया है। रंग-बिरंगे ब्रजरस से भरी हुई पिचकारियाँ एवं परम निष्काम गोपी-प्रेम का गुलाल अबीर रसिकवर गुरुवर के हाथ में है, वे सभी को दिव्य ब्रजरस में सराबोर करने के लिये आतुर हैं। बस हम झूठे रंग-बिरंगे सांसारिक मायिक सुखों को भूलकर अपने मन को केवल युगल प्रेम कामना में ही रंग दें और करुण क्रन्दन कर अकारण करुण गुरुदेव से परम निष्काम गोपी-प्रेम की याचना करें। 

प्रेम भिक्षां देहि! प्रेम भिक्षां देहि! प्रेम भिक्षां देहि!

श्री युगल चरणों में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दें जिससे मन सदा-सदा के लिए श्याम रंग में रंग जाये ऐसा रंग जो कभी न छूटे। 

तनु रंग छूटे धोये गोविंद राधे।
श्याम रंग छूटे न मन को बता दे॥

गुरु: कृपालुर्मम शरणं, वंदेऽहं सद्गुरुचरणम्।
गोपी प्रेम भाव भरणं, वंदेऽहं सद्गुरुचरणम्।
राधा कृष्ण-प्रेम भरणं, वंदेऽहं सद्गुरुचरणम्।

Sadhan Sadhya - Holi 2009
in stock INR 70
1 1

Sadhan Sadhya - Hindi - Holi 2009

Language - Hindi

₹70
₹100   (30%OFF)


SHARE PRODUCT
VARIANT SELLER PRICE QUANTITY

Description

होली का पावन पर्व भक्ति धाम में हम सभी के लिये अनेक उपहार लेकर आया है। रंग-बिरंगे ब्रजरस से भरी हुई पिचकारियाँ एवं परम निष्काम गोपी-प्रेम का गुलाल अबीर रसिकवर गुरुवर के हाथ में है, वे सभी को दिव्य ब्रजरस में सराबोर करने के लिये आतुर हैं। बस हम झूठे रंग-बिरंगे सांसारिक मायिक सुखों को भूलकर अपने मन को केवल युगल प्रेम कामना में ही रंग दें और करुण क्रन्दन कर अकारण करुण गुरुदेव से परम निष्काम गोपी-प्रेम की याचना करें। 

प्रेम भिक्षां देहि! प्रेम भिक्षां देहि! प्रेम भिक्षां देहि!

श्री युगल चरणों में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दें जिससे मन सदा-सदा के लिए श्याम रंग में रंग जाये ऐसा रंग जो कभी न छूटे। 

तनु रंग छूटे धोये गोविंद राधे।
श्याम रंग छूटे न मन को बता दे॥

गुरु: कृपालुर्मम शरणं, वंदेऽहं सद्गुरुचरणम्।
गोपी प्रेम भाव भरणं, वंदेऽहं सद्गुरुचरणम्।
राधा कृष्ण-प्रेम भरणं, वंदेऽहं सद्गुरुचरणम्।

Specifications

Language Hindi
Genre Spiritual Magazine
Format Magazine
Author HH Dr Shyama Tripathi
Publisher Radha Govind Samiti
Dimension 21.5cm X 28cm X 0.4cm

Readers Reviews

  0/5