गुरुपूर्णिमा पर्व पर सभी भक्तों को हार्दिक बधाई।
इस वर्ष गुरुपूर्णिमा एक ऐतिहासिक स्वर्णिम क्षण लेकर आया है। जगद्गुरूत्तम मन्दिर जो श्री गुरुवर की अनन्त यादों को समेटे एक अद्वितीय मन्दिर है, देखते ही देखते पूर्ण हो गया। कलश स्थापना समारोह का शुभ मुहूर्त गुरु पूर्णिमा 16 जुलाई निश्चित हुआ है।
श्री महाराज जी की असीम अनुकम्पा एवं उनकी सुपुत्रियों के अवर्णनीय अथक प्रयास का प्रमाण है यह अद्भुत देवालय।
गुरु-धाम भक्ति-धाम का कण कण दिव्य चिन्मय है यहाँ स्थित यह ‘कृपालुं वन्दे जगद्गुरुम्’ स्मारक इस विश्वास को दृढ़ करने में पूर्ण सहायक सिद्ध होगा कि मनगढ़ श्री महाराज जी की नित्य निवास स्थली है। वे सदैव अपने शरणागत जीवों का योगक्षेम वहन करते हुए उनका मार्ग दर्शन करते रहेंगे।
शतशत नमन कोटि अभिवन्दन!
जय जय गुरुवर, भगवती नन्दन!
प्रकार | विक्रेता | मूल्य | मात्रा |
---|
गुरुपूर्णिमा पर्व पर सभी भक्तों को हार्दिक बधाई।
इस वर्ष गुरुपूर्णिमा एक ऐतिहासिक स्वर्णिम क्षण लेकर आया है। जगद्गुरूत्तम मन्दिर जो श्री गुरुवर की अनन्त यादों को समेटे एक अद्वितीय मन्दिर है, देखते ही देखते पूर्ण हो गया। कलश स्थापना समारोह का शुभ मुहूर्त गुरु पूर्णिमा 16 जुलाई निश्चित हुआ है।
श्री महाराज जी की असीम अनुकम्पा एवं उनकी सुपुत्रियों के अवर्णनीय अथक प्रयास का प्रमाण है यह अद्भुत देवालय।
गुरु-धाम भक्ति-धाम का कण कण दिव्य चिन्मय है यहाँ स्थित यह ‘कृपालुं वन्दे जगद्गुरुम्’ स्मारक इस विश्वास को दृढ़ करने में पूर्ण सहायक सिद्ध होगा कि मनगढ़ श्री महाराज जी की नित्य निवास स्थली है। वे सदैव अपने शरणागत जीवों का योगक्षेम वहन करते हुए उनका मार्ग दर्शन करते रहेंगे।
शतशत नमन कोटि अभिवन्दन!
जय जय गुरुवर, भगवती नन्दन!
भाषा | हिन्दी |
शैली / रचना-पद्धति | आध्यात्मिक पत्रिका |
फॉर्मेट | पत्रिका |
लेखक | परम पूज्या डॉ श्यामा त्रिपाठी |
प्रकाशक | राधा गोविंद समिति |
आकार | 21.5 सेमी X 28 सेमी X 0.4 सेमी |